देहरादून। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने जीरोऑर फाउंडेशन द्वारा गुरुवार को एक निजी होटल में आयोजित छात्र संसद कार्यक्रम में कहा कि जब भारत के युवा देश की नीतियों, शासन प्रणाली और समाज के निर्माण में रुचि लेने लगते हैं, तो देश की दिशा और दशा बदलनी शुरू हो जाती है। उन्होंने आह्वान किया कि छात्र भ्रमण से लौटने के बाद उत्तराखंड से सिर्फ यादें नहीं, बल्कि एक दृष्टिकोण लेकर जाएं कि नीति, शासन और नवाचार सिर्फ किताबों में नहीं, जमीन पर भी ज़रूरी हैं। छात्र संसद इंडिया के ‘नेशनल गवर्नेंस टूर में शामिल छात्र-छात्राओं को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को नीति निर्माण, शासन प्रणाली और लोकतांत्रिक मूल्यों की गहराई से समझ देना जरुरी है। उन्होंने कहा कि कौशल विकास केवल नौकरी के लिए नहीं, बल्कि रोजगार देने की शक्ति पैदा करने का माध्यम है। उन्होंने आह्वान किया कि युवा ‘नौकरी खोजने वाले नहीं, ‘नौकरी देने वाले बनें। उन्होंने ग्राम्य विकास पर बल देते हुए कहा कि गांव भारत की शक्ति है और भारत का भविष्य शहरों में नहीं अपितु गांवों में बसता है। इस अवसर पर जीरोऑर फाउंडेशन से कुनाल ठाकुर, मानस तिवारी, शशांक शेखर तिवारी, विधि शर्मा आदि उपस्थित रहे।