देहरादून। सैन्य धाम निर्माण में हो रही गड़बड़ी का पीएमओ और सीबीआई के स्तर से संज्ञान लेने का कांग्रेस ने स्वागत किया। कांग्रेस मुख्य प्रवक्ता गरिमा दसोनी ने कहा कि आरटीआई से प्राप्त किए गए विभागीय दस्तावेज ही सैन्य धाम निर्माण में बड़े स्तर पर हुई गड़बड़ियों की हकीकत बयां कर रहे हैं। ऐसे में शहीदों से जुड़े सैन्य धाम के निर्माण में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ बेहद सख्त कार्रवाई की जाए। कांग्रेस प्रवक्ता ने मीडिया को जारी बयान में कहा कि उत्तराखंड के रणबाकुरों का देश की सुरक्षा में अहम योगदान है। उनके बलिदानों से आने वाली पीढ़ी को रुबरू कराने और योद्धाओं के भावपूर्ण स्मरण करने को सैन्य धाम निर्माण के लिए देहरादून को चिन्हित किया गया। इस योजना पर विभागीय अधिकारियों ने बट्टा लगाने का काम किया है। केंद्र और राज्य सरकार से मिले धन की बंदर बाट की गई। सरकार की आंखों में धूल झोंकी जा रही हैं। 48 करोड़ के प्रोजेक्ट को 97 करोड़ का पहुंचा दिया गया। जिस कंपनी की योग्यता 50 करोड़ के काम भी करने की नहीं थी, उसे 97 करोड़ का काम दिया गया। जल निगम के वित्त विभाग के अफसरों के उठाए गए सवालों को दरकिनार कर दिया गया। सात करोड़ से अधिक के काम तो बिना टेंडर के ही दे दिए गए। तय शर्तों के अनुसार काम तय समय पर भी पूरा नहीं किया गया। निर्माण की गुणवत्ता भी सवालों के घेरे में है। 97 करोड़ का बजट खर्च होने के बाद भी काम पूरा नहीं हुआ है। काम पूरा करने को और बजट की जरूरत बताई जा रही है। ऐसे में दोषी अफसरों के खिलाफ कार्रवाई हो।