देहरादून। वाडिया हिमालय भू विज्ञान संस्थान, देहरादून में हो रहे लगातार अकादमिक एवं आर्थिक भ्रष्टाचार की सूचना समय समय पर भिन्न-भिन्न माध्यम से मिल रही हैं । प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी के नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन में जहां देश विज्ञान एवम् प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नई ऊँचाईयों को छू रहा है वहीं भारत सरकार का यह विश्व प्रसिद्ध संस्थान आकंठ भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है जबकि यह संस्थान उत्तराखंड जैसे हिमालयी राज्यों के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इस पर चिंता वयक्त करते हुवे समय समय पर समाज के अनेक लोग डॉ जितेन्द्र सिंह राज्य मन्त्री (स्वतंत्र प्रभार) विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय भारत सरकार, नई दिल्ली को निम्न बिन्दुओं पर जांच हेतू आग्रह कर चुके हैं:
1. संस्थान के वर्तमान कुलसचिव श्री पंकज कुमार वर्मा का पूर्व अनुभव अहर्ता पूरी नहीं होने के बावजूद इस पद पर नियुक्त होना एवं उनके द्वारा अपनी नियुक्ति के बाद से अब तक कार्यकाल में आय से ज्यादा सम्पत्ति अर्जित करना।
2. संस्थान में वैज्ञानिकों के साथ ही अन्य पदों पर पर हो रही नियुक्तियों में घोर अनियमिताओं का होना तथा संस्थान के निदेशक डॉ कला चंद सैन का इन नियुक्तियों में संदिग्ध भूमिका का निर्वहन करना।
3. संस्थान में कंप्यूटरों, वैज्ञानिक उपकरणों की खरीद में सरकारी प्रक्रिया/ निविदा प्रक्रिया का बार-बार उल्लंघन होना तथा चुनिंदा विक्रेताओं को लाभ पंहुचाने का प्रयास करना।
4.संस्थान में होने वाले भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों में सरकारी नियमों एवं निर्दिष्ट केन्द्रीय मानकों का अनुपालन न होना।
5. वैज्ञानिक कार्यों हेतू प्रदत बजट का अन्य मदों में खर्च के साथ ही कुलसचिव का संस्थान के बजट का निदेशक के साथ मिलकर वयक्तिगत लाभ हेतू प्रयोग करना (जिसमें कुलसचिव द्वारा उत्तराखंड में रैणीसैणी आपदा के समय वैज्ञानिक सर्वे हेतू हेलीकाप्टर द्वारा उक्त क्षेत्र का विषय विशेषज्ञ के रूप में भ्रमण करना भी शामिल है)।
उक्त बिन्दुओं के आलोक में वाडिया हिमालय भू विज्ञान संस्थान, देहरादून, उत्तराखंड में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच करवाकर दोषियों को कड़ी सजा देने हेतू राज्य आन्दोलनकारी एवं भाजपा नेता श्री रविन्द्र जुगरान( ) के साथ ही कांग्रेस के दिग्गज नेता हरीश रावत को करारी शिकस्त देने वाले लालकुआँ विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट भी भारत सरकार को अपनी चिंता से अवगत करा चुके हैं ताकि सरकार की भ्रष्टाचार पर जीरो टौलरेन्स नीति का सम्यक् पालन सुनिश्चित हो सके।
डॉ. मोहन सिंह बिष्ट द्वारा की गई शिकायत पढ़ने के लिए क्लिक करें – WIHG
रवींद्र जुगरान द्वार की गई शिकायत को पढ़ने के लिए क्लिक करें – New Doc 11-22-2022 09.28