विकासनगर। उत्तराखंड क्रांति दल के कार्यकर्ताओं ने राज्य आंदोलन के दौरान खटीमा और मसूरी गोलीकांड में शहीद हुए आंदोलनकारियों को तिकोना पार्क स्थित शहीद स्थल पर रविवार को श्रद्धासुमन अर्पित किए। श्रद्धांजलि अर्पित करने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उक्रांद के केंद्रीय संरक्षक सुरेंद्र कुकरेती ने कहा कि आज प्रदेश के हालात देखकर शहीदों की आत्मा भी दुखी हो रही होगी। प्रदेश के हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं, बेरोजगारी बढ़ रही है, शिक्षा का स्तर गिरता जा रहा है। महिलाओं पर हो रहे अत्याचारों की स्थिति भयावह हो गई है। उक्रांद के केंद्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मूल निवासियों के हक-हकूक सुरक्षित किए बिना अलग राज्य की परिकल्पना आज बैमानी हो गई है। जिस राज्य प्राप्ति के लिए 42 शहादतें दी गई, हजारों आंदोलनकरी घायल हुए, उस राज्य के बनने के बाद कुछ लोगों को सत्ता का स्वाद चखने को मिला। जबकि यहां की जनता की दशा और दिशा नहीं बदली है। उक्रांद केंद्रीय कार्यकारिणी के विशेष सदस्य शैलेश गुलेरी ने कहा की प्रदेश गठन के बाद साजिश के तहत यहां की सरकारों ने मूल निवास 1950 को समाप्त कर दिया। दोबारा मूल निवास लागू करने के लिए बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा। कहा कि उत्तराखंड क्रांति दल सत्ता में आता है तो सबसे पहले मूल निवास 1950 यहां लागू किया जाएगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष गणेश प्रसाद काला, जय कृष्ण सेमवाल, भूपेंद्र सिंह बिष्ट, नरेंद्र कुकरेती, भूपेंद्र सिंह नेगी, अतुल बेंजवाल, अमरावती, सुशीला कपरवाण, रजनी, लक्ष्मी पांथरी, बिजेश्वरी रावत, गीता रावत आदि मौजूद रहे।