ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश के कार्यकारी निदेशक के पद पर कार्य करते हुए पहली महिला अधिकारी प्रो. मीनू सिंह को रविवार को तीन साल पूरे हो गए। इन तीन वर्षों में प्रतिबद्धता और पूर्ण पारदर्शिता के साथ स्वास्थ्य सेवाओं को आगे बढ़ाना उनकी पहली प्राथमिकता रही। महिला अधिकारी के मार्गदर्शन में संस्थान ने सफलता की एक नयी तस्वीर स्थापित की। 7 जुलाई 2022 को एम्स ऋषिकेश के कार्यकारी निदेशक का पद संभालने पर प्रोफेसर मीनू सिंह ने स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाना और संस्थान की कार्यप्रणाली को पूर्ण पारदर्शी बनाना अपना लक्ष्य निर्धारित किया था। तीन वर्षों में प्रो मीनू सिंह ने संस्थान के मेडिकल कॉलेज में विभिन्न नए पाठ्यक्रमों की शुरूआत कर न केवल चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान कार्यों को गति प्रदान की अपितु अस्पताल में गरीबों के इलाज के लिए सेवा सुधार के विशेष प्रयास भी किए। उन्होंने टेलिमेडिसिन सेवा और तकनीक आधारित ड्रोन मेडिकल स्वास्थ्य सेवा को विकसित कर उत्तराखण्ड में चिकित्सा सेवा की एक नयी इबारत भी लिखी। दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच रही टेलिकंटल्टेंसी स्वास्थ्य सुविधा भी उनकी ही सकारात्मक सोच का परिणाम है। एम्स ऋषिकेश उत्तर भारत का पहला ऐसा सरकारी स्वास्थ्य संस्थान है जहां टेलिमेडिसिन सेवाओं के नियमित संचालन के लिए एक अलग विभाग गठित किया गया है। तीन वर्षों की उपलब्धियां बीते तीन वर्षों के दौरान संस्थान ने हेली एम्बुलेंस मेडिकल सेवा की शुरूआत की तो ऊधमसिंह नगर के किच्छा में एम्स के सेटेलाइट सेंटर का निर्माण भी शुरू हुआ। इस दौरान रोगियों की मदद के लिए सेवावीर टीम का गठन, आयुष्मान भारत हेल्थ एकाउन्ट (आभा) आईडी आधारित पंजीकरण सुविधा, टेलिमेडिसिन जैसी तकनीक आधारित स्वास्थ्य सुविधाएं, एनआईआरएफ की रैंकिंग में देश में 14वां स्थान, डिपार्टमेंट ऑफ इंटीग्रेटेड मेडिसिन की स्थापना, पिक्चर अकाइविंग एण्ड कम्युनिकेशन सिस्टम ( पैक्स ) की सुविधा, केंसर की जांच व निदान के लिए पेट स्कैन की सुविधा, छोटे बच्चों के समुचित उपचार हेतु सेंटर फॉर एडवांस पीडियाट्रिक की स्थापना, डिपार्टमेंट ऑफ एविडेंस सिंथेसिस, पब्लिक हेल्थ साइंस व फेमिली मेडिसिन में एम डी पाठ्यक्रम की शुरुआत, रोगी सहायता केंद्र की स्थापना आदि। कोट- अस्पताल में अत्याधुनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के बुनियादी ढांचे को और अधिक सुदृढ़ किया जायेगा। संस्थान आपातकालीन सेवाओं सहित ओपीडी और आईपीडी सेवाओं को और सुदृढ़ बनाने की दिशा में कार्य कर रहा है। संस्थान की सफलता फेकल्टी सदस्यों, नर्सिंग स्टाफ और प्रशासनिक अधिकारियों सहित संस्थान के प्रत्येक स्टाफ द्वारा टीम वर्क से गयी मेहनत का परिणाम है। प्रो. मीनू सिंह, निदेशक, एम्स ऋषिकेश