ऋषिकेश। गन्ना किसान संस्थान एवं प्रशिक्षण केंद्र काशीपुर की ओर से शनिवार को डोईवाला के छ्दमीवाला में कृषक गोष्ठी आयोजित की गई, जिसमें कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को उन्नत किस्म की गन्ने की प्रजाति, सह फसली खेती की जानकारी दी। साथ ही किसानों को फसलों में रासायनिक उर्वरकों का प्रयोग कम करने की सलाह भी दी। गन्ना अनुसंधान केंद्र काशीपुर के वैज्ञानिक डॉ. प्रमोद कुमार ने गन्ने की नवीनतम उन्नतशील प्रजातियों के बारे में बताया। पेड़ी प्रबंधन के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी। केंद्रीय एकीकृत कीटनाशी प्रबंधन संस्थान के सहायक पौध संरक्षण अधिकारी डॉ. नितिन द्वारा गन्ने की फसल में लगने वाले कीट तथा रोगों के पहचान एवं कीट रोग के निदान के बारे में बताया। गन्ना विकास विभाग के नवनियुक्त गन्ना विकास निरीक्षक कुमारी मधु रावत ने गन्ने के साथ सह फसली खेती करके अधिक अधिक आय अर्जित करने के बारे में बताया। इफको के क्षेत्रीय अधिकारी मनिक तोमर ने इफको के उत्पाद जैसे सागरिका, एनपी के कंसार्टिया, एनपी के स्प्रे, उर्वरक इत्यादि उत्पादों के बारे में बताया। ज्येष्ठ गन्ना विकास निरीक्षक डोईवाला गजेंद्र सिंह रावत ने विभाग द्वारा कृषकों के हित में संचालित योजनाओं की जानकारी दी। राज्य विपणन प्रबंधक राकेश कुमार श्रीवास्तव ने इफको के समस्त उत्पादों और विशेषकर नैनो उर्वरकों की विस्तृत जानकारी दी। कहा कि दानेदार यूरिया, डीएपी के उपयोग को कम करते हुए नैनो यूरिया और नैनो डीएपी का उपयोग अधिक से अधिक करें। इफको के क्षेत्रीय अधिकारी विनोद जोशी द्वारा कृषकों को निशुल्क एनपीके कंसोर्टिया का वितरण किया गया। मौके पर गन्ना समिति के सचिव गांधीराम, कपिल गुप्ता, गन्ना पर्वेक्षक सुनील, शेर सिंह, वेदप्रकाश, रामकृष्ण, नागेंद्र राणा, सुनील सेमवाल, शेर सिंह, परमजीत सिंह, हरिकिशोर, जोगेंद्र आदि उपस्थित रहे।