देहरादून। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की उत्तराखंड प्रांत की प्रेसवार्ता का आयोजन गुरुवार को राजपुर रोड स्थित विश्व संवाद केन्द्र में हुई। जिसमें बंगलुरु में गत 21 से 23 मार्च तक हुई संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में लिए गए निर्णयों की जानकारी देते हुए उत्तराखंड प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल ने कहा कि राज्य में भी संघ अपने सेवा कार्यों को विस्तार देगा। प्रांत कार्यवाह ने बताया कि बैठक में देशभर से 1443 कार्यकर्ताओं ने शिरकत की। जिसमें सर कार्यवाह ने रानी अब्बक्का के 500 वें जन्मदिवस पर अपना वक्तव्य दिया। संघ ने शताब्दी वर्ष में संघ कार्य का विस्तार, सुदृढ़ीकरण, सामाजिक एकता, राष्ट्रीय पुनर्जागरण का लक्ष्य निर्धारित किया। विश्व शांति, समृद्धि के लिए समरस और संगठित हिन्दू समाज के निर्माण का संकल्प लिया। बांग्लादेशी हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ विश्व समुदाय से आवाज उठाने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि बैठक में लिए गए निर्णयों के अनुरुप ही प्रदेश में भी सेवा कार्य व सांगठनिक विस्तार किया जाएगा। उत्तराचंल प्रांत में वर्तमान में संघ के सांगठनिक रुप से आठ विभाग, 26 सांगठनिक जिले, 1506 शाखाएं, 404 मिलन केन्द्र, 253 मंडली, कुल 128 खंड, कुल 79 महानगर, 22 नगर, 170 शाखा स्थापित हैं। आरएसएस द्वारा प्रदेश में संचालित सेवा कार्यों में वन टीचर वन स्कूल 4 हजार ग्रामों में संचालित हो रहे हैं। वनवासी कल्याण आश्रम द्वारा 333 ग्रामों में संस्कारशालाएं संचालित हैं। विवेकानंद हेल्थ मिशन के 11 चिकित्सालय संचालित किए जा रहे हैं। उत्तराचंल उत्थान परिषद, दैवीय आपदा सहायता समिति द्वारा छात्रावास, स्वावलंबन केंद्र चलाए जा रहे हैं। संघ इस शताब्दी वर्ष में दो अक्तूबर विजय दशमी से अगले वर्ष विजयदशमी तक खंड, नगरों में पूर्ण गणवेश में कार्यक्रम आयोजित करेगा। नवंबर से जनवरी माह तक 21 दिन घर-घर संपर्क अभियान चलाएगा। राज्य की 649 बस्ती व 712 मंडलों में हिन्दू सम्मेलन, सामाजिक सद्भाव गोष्ठियां, प्रबुद्ध नागरिक गोष्ठी और युवा सम्मेलन आयोजित करेगा। अगले वर्ष ऐसे स्थानों में सात दिन की शाखाएं लगाई जाएंगी जो अभी शाखा विहीन हैं। मौके पर उत्तराखंड प्रांत प्रचार प्रमुख संजय, बलदेव पाराशर आदि मौजूद रहे।