देहरादून। उत्तराखंड में हिमालय और पर्यावरण बचाने के लिए विभिन्न सामाजिक, राजनीतिक संगठनों, पर्यावरण प्रेमियों ने रविवार को देहरादून में पदयात्रा निकाली। इसके बाद संगठनों ने उत्तरांचल प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता कर सरकार के सामने कई मांगे रखी। पदयात्रा सुबह प्रेसक्लब से घंटाघर पहुंची और वापस प्रेसक्लब में आकर समाप्त हुई। प्रेसवार्ता में उत्तराखंड परिवर्तन पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीसी तिवारी ने कहा कि पिछले 24 वर्षों से हिमालय के परिपेक्ष में हो रहे विनाश के बारे में सोचने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि चाहे वह चारधाम सड़क परियोजना हो, एनटीपीसी की जोशीमठ की परियोजना हो इन सभी में जलवायु परिवर्तन को लेकर जवाबदेही तय नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि यदि एनटीपीसी की जल विद्युत परियोजना को पुनः शुरू किया जाता है तो, गलती होने पर किस संस्था या किस अधिकारी की क्रिमिनल और सिविल जवाबदेही तय की जाएगी। यह जवाबदेही न केवल एनटीपीसी के स्तर पर बल्कि शासन-प्रशासन के स्तर पर भी तय हो। पदयात्रा में मैड संस्था के प्रिंस कपूर, महक नेगी, खुशबू नेगी, दक्ष नरूला, आर्यन कोली, राहुल रावत, मेघा कोचर, खुशी भट्ट, अर्नव नेगी, अक्षिता सजवाण, नरेश चंद्र नौरियल, शिव प्रसाद सेमवाल, ज्ञानवीर त्यागी, सीपी शर्मा, दीपक नगवाल आदि मौजूद थे।