पुस्तकें हमेशा से ही प्रेरणास्रोत रही हैं: मेयर
ऋषिकेश। मेयर अनिता ममगाईं ने कहा कि किताबें हमारी सच्ची साथी होती हैं। पुस्तकें बौद्धिक विकास में सहायक होती हैं। छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक किताबें पढ़नी चाहिए। शनिवार को त्रिवेणी घाट पर नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया के गंगा पुस्तक परिक्रमा के तहत आयोजित पुस्तकों की मोबाइल प्रदर्शनी का मेयर अनिता ममगाईं ने शुभारंभ किया।
विरासत 2022 में रहेगी रंग-बिरंगे सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
उन्होंने कहा कि पुस्तकें हमेशा से ही प्रेरणास्रोत रही हैं, लेकिन आज खेदजनक पहलू यह है कि कंप्यूटरीकृत इस युग में पुस्तकों का क्रेज काफी कम होता जा रहा है। ऐसे में आज स्कूली बच्चों के साथ-साथ आम लोगों में भी पुस्तकों के प्रति जागरूकता लाना जरूरी है। इसी तरह के आयोजन लोगों में पुस्तकों के प्रति जागरूकता पैदा करते हैं। पुस्तकें ज्ञान का भंडार होती हैं तथा पुस्तकों द्वारा ही हमारा बौद्धिक एवं मानसिक विकास संभव होता है।
सीएम धामी ने किया रुद्रप्रयाग में 466 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास
ज्ञान प्राप्ति का सर्वश्रेष्ठ साधन होने के साथ-साथ, पुस्तकें हमें सामाजिक व्यवहार, संस्कार, कर्तव्यनिष्ठा जैसे गुणों के संवर्धन में सहायक सिद्ध होती हैं तथा प्रबुद्ध नागरिक बनाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। पुस्तकों के अध्ययन से हमारा एकाकीपन दूर होता है। मौके पर कार्यक्रम आयोजक स्वाति बड़ोला, सीनियर इवेंट एग्जीक्यूटिव नेशनल बुक ट्रस्ट ऑफ इंडिया रोहित कुमार डागर, सार्थक अस्वाल, सुशील कुमार, पार्षद मनीष बनवाल, विजय बडोनी, पवन शर्मा, विवेक गोस्वामी, अजय कालड़ा, राहुल पाल आदि उपस्थित रहे।