देहरादून। ग्राम झीवरहेडी में आयोजित देवी भागवत पुराण के छठवां दिवस मां भगवती कात्यायनी कथा के शुभ उपलक्ष पर कृष्ण और रुक्मणी विवाह संपन्न हुआ। देवी भागवत के छठवां दिवस पर कथा व्यास कैलाश आचार्य कैलाश चंद्र कांडपाल जी द्वारा भव्य कथाओं में मां भगवती के अनेक स्वरूपों का वर्णन करते हुए एवं सूर्यवंशी राजाओं की शौर्य गाथा साथी साथ भगवान नरसिंह के अवतार हिरण्यकश्यप का मोक्ष एवं प्रह्लाद की भक्ति का मार्मिक वर्णन तथा भगवान कृष्ण के प्रथम विवाह रुक्मणी रुक्मणी हरण का विशेष प्रसंग सुनाया पिछले दिनों मां भगवती के अनंत स्वरूपों और भक्त जनों के कल्याण के लिए मां के दिव्य स्वरूपों का वर्णन हुआ देवी भागवत चैत्र शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा प्रथम नवरात्रि से और रामनवमी तक आयोजित किया जा रहा है। इस भव्य आयोजन में रामलीला कमेटी झीवरहेडी का विशिष्ट योगदान है समिति की प्रबंधक नरेंद्र सिंह नेगी, समिति के डायरेक्टर जगमोहन सिंह नेगी, समिति के अध्यक्ष राजपाल सिंह गुसाईं, समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं मनोहर जोशी, समिति के मुख्य संयोजक वेद प्रकाश बलूनी, समिति के वरिष्ठ कार्यकर्ता राकेश कंडवाल, आचार्य सुरेश गोदियाल, मनवर सिंह नेगी, जितेंद्र बिष्ट, रणवीर चौहान, भरत सिंह सेनवाल, सत ईश्वर सती, मनमोहन सती, समिति की मुख्य मार्गदर्शक दलजीत भंडारी, जी कैप्टन ओमप्रकाश उनियाल, संगीत निर्देशक नीतीश देवली, मुख्य कार्यकर्ता सतीश सेमवाल, पंकज मैठानी और रामलीला के सभी पात्र इसके अलावा बद्री विशाल एवं ज्योति कीर्तन बद्री बिहारमंडली आस्था कीर्तन मंडली की सभी मातृ शक्ति का विशेष योगदान है इसके अलावा गांव के सभी कीर्तन मंडली, कीर्तन मंडलीया गांव समाज सभी तन मन और धन से अपना विशेष योगदान कर रहे हैं इसके अलावा मुख्य रूप से देवी भागवत की कथा के मुख्य यजमान के रूप में नरेंद्र सिंह नेगी जी अपना तन मन और धन से विशिष्ट योगदान कर रहे हैं कार्यक्रम के संयोजन में सिविल सेवा के शिक्षक और प्रशिक्षक बलदेव गोदियाल संचालन कर रहे हैं।
देवी भागवत पुराण में कर्मकांडी पंडितों में आचार्य अरविंद दरमोडा, सुभाष जोशी, अंकित पंत, अनिल, संगीत मंडली में सुभाष नौटियाल, सुमित रतूड़ी का विशेष योगदान है और भविष्य में भी बना रहेगा।