देहरादून। एडवेंचर स्पोटर्स को कैरियर बनाने वाले बेरोगार युवाओं को रॉफ्टिंग और माउंटेनियरिंग के क्षेत्र में आईटीबीपी की ओर से ट्रेनिंग दी जाएगी। ट्रेनिंग पर आने वले पूरे खर्च को कौशल विकास विभाग की ओर से उठाया जाएगा। प्रमाण पत्र देने के साथ ही युवाओं को जॉब प्लेसमेंट देते हुए नौकरी भी सुनिश्चित कराई जाएगी। सोमवार को विधानसभा में इस सम्बन्ध में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा की आईटीबीपी के अफसरों के साथ बैठक हुई।
विधानसभा में हुई बैठक में कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा ने कहा कि आईटीबीपी के साथ मिल कर युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कार्ययोजना पर मिल कर काम किया जा रहा है। आईटीबीपी की ओर से युवाओं को राफ्टिंग, माउंटेनियरिंग जैसे साहसिक खेलों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षित युवाओं को रोजगार भी प्रदान किया जाएगा।
कहा कि प्रदेश में इस तरह की यह पहली पहल की जा रही है। इसमें युवाओं को प्रशिक्षण के साथ साथ रोजगार भी उपलब्ध कराया जा रहा है। इस दिशा में आईटीबीपी की ओर से पहल की जा रही है। 16 युवाओं के बैच के प्रशिक्षण पर होने वाले खर्च को कौशल विकास विभाग वहन करेगा। युवाओं को प्रमाण पत्र और रोजगार दिया जाएगा। इसे लेकर कौशल विकास विभाग और आईटीबीपी के बीच एमओयू होगा।
कहा कि इस पहल से प्रदेश के युवाओं को राफ्टिंग एवं माउंटेनियरिंग के क्षेत्र में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इससे साहसिक पर्यटन के क्षेत्र में भी रोजगार उत्पन्न करने के अवसर प्राप्त होंगे। कहा कि उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है, जहां आईटीबीपी, पशुपालन विभाग ने एक साथ मिलकर एमओयू किया। इसके बहुत अच्छे परिणाम मिले हैं। इस एमओयू के माध्यम से प्रदेश के पशुपालकों तथा मत्स्य पालकों से आईटीबीपी की ओर से चार महीने में लगभग सवा करोड़ रूपये की खरीद की गई है। बैठक में सचिव कौशल विकास सी रविशंकर, महानिरीक्षक आईटीबीपी संजय गुंज्याल आदि मौजूद रहे।