देहरादून। अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति एवं वैश्विक हिन्दीशाला संस्थान (वीएचएसएस जर्मनी) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री डा.रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ को नई दिल्ली में द लिटरेचर लॉरेट अवार्ड से सम्मानित किया। यह सम्मान निशंक को उनकी रचनाधर्मिता, हिन्दी एवं संस्कृत भाषा के सम्वर्धन और प्रचार-प्रसार के साथ ही लेखक गांव की संकल्पना को साकार करने के लिए प्रदान किया है। प्रेस क्लब आफ इंडिया में संस्था के अध्यक्ष पंडित सुरेश नीरव एवं सचिव क्रिस्टीन म्यूलर ने डॉ. निशंक को यह सम्मान प्रदान किया। पंडित नीरव ने कहा कि डॉ. निशंक चुनिंदा राजनैतिज्ञ है, जिन्होंने हिन्दी एवं संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए कार्य किया है। वे आज भी इस दिशा में कार्य कर रहे हैं। डा. निशंक ने सम्मान मिलने पर आभार जताया और कहा कि साहित्य सृजन समाज के निर्माण में एक अहम भूमिका निभाता है। भाषा-संस्कृति, आध्यात्म एवं आस्था का समावेश मानव के विकास में आवश्यक है, और पुस्तकें इसका सरल माध्यम है। कहा कि लेखक गांव रचनाधर्मिता का एक वैश्विक केंद्र बनने की कल्पना के साथ स्थापित हुआ है, निकट भविष्य में लेखक गांव अंतर्राष्ट्रीय स्तर के लेखकों, नवोदित साहित्यकारों, कवियों, शोधार्थियों एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों का अध्ययन केंद्र बनेगा। इस मौके पर संस्था के सचिव क्रिस्टीन म्यूलर समेत कई गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।