कोटद्वार। अशासकीय प्रधानाचार्य परिषद ने सोमवार को शासन की ओर से अशासकीय विद्यालयों के साथ किए जा रहे भेदभाव पर रोष व्यक्त किया है। कहा कि अशासकीय विद्यालयों के विकास के लिए भी योजनाएं तैयार की जानी चाहिए। इस संबंध में सोमवार को आर्य कन्या इंटर कालेज सभागार में आयोजित बैठक में परिषद के जिला सचिव मनवर लाल भारती ने कहा कि विद्यालय की प्रशासन योजना एवं विनियम में संशोधन कर प्रधानाचार्यों को विद्यालय एवं छात्र हित में विशेषाधिकार प्रदान किया जाना चाहिए। साथ ही अशासकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भी राजकीय विद्यालयों की भांति सुविधाएं प्रदान की जानी चाहिए। जिला महामंत्री दीनदयाल भारद्वाज ने कहा कि अशासकीय विद्यालयों की प्रबंध समिति के सदस्य वर्तमान में विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के अभिभावक ही होने चाहिए। परिषद जिलाध्यक्ष संजय सिंह रावत और उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष डा. महावीर सिंह बिष्ट ने कहा कि विद्यालय में भौतिक एवं मानवीय संसाधन के लिए हमें विभिन्न सीएसआर फंड से सहयोग करने वाली कंपनियों से संपर्क करना चाहिए। बैठक में महिपाल सिंह, शिव सिंह बिष्ट, सोमप्रकाश कंडवाल, प्रवीन सिंह, बबीता धस्माना, केशव चंद्र खर्कवाल, पुष्कर सिंह नेगी, कमल सिंह बिष्ट और संदीप मैंदोला सहित अन्य अशासकीय विद्यालयों के प्रधानाचार्य मौजूद रहे।
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