देहरादून। भैरव सेना संगठन ने पौराणिक धार्मिक स्थलों के मूल स्वरूप से छेड़छाड़ का विरोध किया है। इसे लेकर कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को गढ़वाल कमिश्नर कार्यालय में प्रदर्शन किया। साथ ही केदारनाथ धाम की यात्रा में हक-हकूकधारियों के शोषण को रोकने के लिए कदम उठाने की मांग की। गढ़वाल संभाग अध्यक्ष गणेश जोशी के नेतृत्व में रोजगार चौराहे से कमिश्नर कार्यालय तक जुलूस निकाला। इसके बाद गढ़वाल अपर आयुक्त नरेंद्र सिंह को ज्ञापन सौंपा। भैरव सेना के केंद्रीय अध्यक्ष संदीप खत्री ने कहा कि सुविधाओं के नाम पर पौराणिक धर्म स्थलों और उत्तराखंड के प्रमुख चार धामों की धार्मिक यात्रा का पर्यटन में बदला जा रहा है। मूल स्वरूप में बदलाव कर आस्था से खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसे लेकर पहले भी वह पर्यटन मंत्री से मिल चुके हैं। ज्ञापन देने वालों में महिला इकाई की प्रदेश अध्यक्ष काजल चौहान, प्रदेश प्रभारी सरोज शाह, राज्य आंदोलनकारी मनोज ध्यानी, अखिलेश डोबरियाल, विनोद डंडरियाल, मुरारी कंडारी, अर्जुन कुमार, सरस्वती देवी, केशव सिंह, अमरजीत सिंह, सागर वर्मा, विजय खड़का, सुभाष समेत अन्य मौजूद रहे।
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