देहरादून। आयुर्वेद में युवाओं को रोजगारपरक शिक्षा उपलब्ध कराने पर जोर दिया गया। भारतीय चिकित्सा परिषद की ओर से राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस पर ‘हर दिन हर किसी के लिए आयुर्वेद’ थीम पर कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि गजेंद्र सिंह कफलिया ने कहा कि आयुर्वेद के विकास की दिशा में काम किए जाएं। आयुर्वेद को आम जन मानस तक पहुंचाने को आयुर्वेद चिकित्सकों का आह्वान किया। मान्यता प्राप्त संस्थानों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा प्रदान करने को प्रेरित किया। ताकि आयुर्वेद के क्षेत्र में रोजगारपरक शिक्षा प्राप्त कर युवा समाज को अपनी सेवाएं दे सकें। परिषद के अध्यक्ष डॉ जेएन नौटियाल ने आयुर्वेद में जीवन शैली को सबसे अहम बताया। कहा कि यदि जीवन शैली और खानपान सही हो तो रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित की जा सकती है। निरोगी रहा जा सकता है। परिषद की रजिस्ट्रार डॉ नर्वदा गुसांईं ने आयुर्वेद को वर्तमान समय की आवश्यकता बताया। संयुक्त निदेशक डॉ एमपी सिंह ने दैनिक उपयोग में आयुर्वेद का महत्व बताया। इस अवसर पर होम्योपैथी बोर्ड के रजिस्ट्रार डॉ शैलेन्द्र पाण्डेय, पूर्व चिकित्साधिकारी डॉ सपना डिमरी, एसजीआरआर विश्वविद्यालय से असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अनिल थपलियाल, आयुर्वेद निदेशालय से डॉ अनिल अग्रवाल, अमित कुण्डलिया, पुष्कल नागयान आदि मौजूद रहे।