Monday, July 21, 2025
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परमार्थ निकेतन में हुआ दो दिवसीय दंत चिकित्सा शिविर का आयोजन, 156 रोगियों की हुई जांच

ऋषिकेश। स्वामी शुकदेवानन्द चैरिटेबल अस्पताल में परमार्थ निकेतन, सीमा डेंटल कालेज, नेशनल मेडिको आर्गनाइजेशन और डिवाइन शक्ति फाउंडेशन के संयुक्त तत्वाधान में दो दिवसीय दंत चिकित्सा शिविर में 156 रोगियों की सफल जांच व उन्हें चिकित्सा सुविधायें प्रदान की गयी तथा कुछ वृद्धजनों के डेन्चर, कृत्रिम दंत भी बनाये गये।
ज्ञात हो कि परमार्थ निकेतन द्वारा समय-समय पर विशेष स्वास्थ्य चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जाता है उसी कड़ी में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती और विश्व वृद्धजन दिवस के अवसर पर 1 व 2 अक्टूबर को विशेष कर वृद्धजनों के लिये डेन्चर डेंटल कैम्प का आयोजन किया गया जिसके माध्यम से 156 रोगियों को विशेष लाभ प्राप्त हुआ।


स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अपने संदेश में कहा कि वृद्धजनों व वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान और उनके हितों के विषय में चिंतन व कार्य करना अत्यंत आवश्यक है। वृद्धावस्था में देखभाल, चिकित्सा सुविधायें और अपनों के साथ की अत्यंत आवश्यकता होती है। यही वास्तव में प्रभु की सेवा है और यही मानवता की सेवा भी है। उन्होंने इस सेवा कार्य के लिये सभी चिकित्सकों की सराहना की।
डा हिमांशु एरन ने बताया कि डेन्चर के कई फायदे है। डेन्चर उन लोगों को विभिन्न प्रकार के लाभ प्रदान करता है जिन्हें इसकी आवश्यकता होती है। डेंचर लगाने के बाद भाषा, शब्द आसान और स्पष्ट हो जाते हैं। खाद्य पदार्थों को निगलना और चबाना आसान हो जाता है। साथ ही क्षतिग्रस्त दांतों को भी इस प्रक्रिया में बदला जाता है। दांत न होने से चेहरे की त्वचा का ढीलापन, जो दांतों के न होने के कारण मांसपेशियों और जबड़े की हड्डियों के खराब होने के कारण होता है उसे भी काफी हद तक ठीक किया जा सकता है तथा सिर और गर्दन के बायोमैकेनिक्स को सही रखा जा सकता है।
डा अवनीश सिंह डेन्चर के देखभाल के विषय में जानकारी प्रदान करते हुये कहा कि प्लाक को हटाने के लिए रात में मुलायम डेन्चर ब्रश और माइक्रोबीड-मुक्त तरल साबुन (टूथपेस्ट नहीं) का उपयोग करके डेन्चर को धीरे से ब्रश करें। एक छोटे वॉशक्लॉथ का उपयोग करके, ब्रश करते समय हटाने योग्य डेन्चर को सिंक के ऊपर रखें। यदि वे गिर जाते हैं, तो यह वॉशक्लॉथ कुशन का काम करता है। अगर डेन्चर सिंक, फर्श या काउंटर पर गिर जाए तो वह टूट सकता है। उन्होंने बताया कि डेन्चर को एक विशेष डेन्चर क्लीनर में रात भर भिगोएँ। सुबह उन्हें फिर से ब्रश करें और पूरे दिन उन्हें पहने रखें। उन्होंने आराम से डेन्चर पहनने के टिप्स भी बताये।
इस अवसर पर परमार्थ निकेतन से गंगा नन्दिनी, स्वामी सेवानन्द, सीमा डेंटल कालेज से डा हिमाशु एरण, डा वरूण कुमार, डा अविनाश सिंह, डा अर्यमा बडोला, डा दिनेश चन्द्रा, डा काजल, डा शुभम सिंह, डा आशीष कुमार, डा श्रद्धा, डा अरविंद, डा अंकिता, डा आशी, प्रेमराज आदि का उत्कृष्ट सहयोग रहा।

 

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