देहरादून। उत्तराखंड क्रांति दल ने उत्तराखंड में पेयजल निगम में हुई भर्तियों में अनियमितता के मामलों में भी कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस संबंध में जांच की मांग को लेकर उक्रांद का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात करेंगा। उत्तराखंड क्रांति दल के केंद्रीय महामंत्री विजय बौड़ाई ने कहा कि उत्तराखंड में वर्तमान सरकार ने कई विभागों से फर्जी नियुक्तिधारियों को नौकरी से बर्खास्त किया है। यहां तक विधानसभा में नियम विरुद्ध भर्ती हुए राज्य विधानसभा के एक पूर्व स्पीकर के नजदीकी रिश्तेदारों तक को नौकरी से हटा दिया है। इसके अलावा राज्य के मूल निवासी युवाओं को नौकरी में धांधली होने के चलते गिरफ्तार तक किया गया है। विगत दिनों उत्तराखंड शासन ने पुलिस उप निरीक्षकों की भर्ती में धांधली की शिकायतों पर मुकदमे दर्ज करने तक के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड पेयजल निगम के 2005 व 2007 में हुई भर्तियों में भी कई अनिमितताये पाई गईं थीं। निगम में गलत नियुक्तयाँ कर दी गयी, जबकि पेयजल अनुभाग ने ही 2020 में आदेश में स्पष्ट कहा है कि इनकी नियुक्ति उत्तराखंड के शासनादेशों के खिलाफ है। इन फर्जी नियुक्तिधारियों में तो कई ऐंसे है जो अपनी नियुक्ति से लेकर आज तक मैदानी क्षेत्रों में ही चिपके हुए हैं।
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उन्होंने कहा कि वहीं पेयजल निगम के कई ऐंसे अभियंता है जो वर्षो से पर्वतीय जनपदों में ही सेवाएं दे रहे और अपने रिटायरमेंट के करीब भी देहरादून स्थान्तरण नही करवा पाए हैं। इससे कहीं न कहीं अंदेशा होता है कि उत्तराखंड के मूल निवासियों पर तो एकदम कार्यवाही हो जाती है, जबकि अन्य व्यक्तियों को मलाईदार पद पर भी बिठाया जाता है। इसमें उत्तराखंड के माननीय मुख्यमंत्री महोदय को संज्ञान लेना चाहिए, जिससे ये साबित हो सके कि फर्जी नियुक्तिधारी कोई भी हो उन सब पर कार्यवाही की जाएगी।
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बौड़ाई ने कहा है कि दल की ओर से पूर्व में भी पेयजल विभाग के सचिव सहित मुख्य सचिव को पत्र प्रेषित कर इन पूर्व में हुई गलत नियुक्तियो को निरस्त करने के लिए निवेदन किया था। आज तक कार्रवाई नही हुई। राज्य के कई अन्य विभागों में भी अवैध नियुक्तयां हुई हैं, उन पर भी कार्रवाई की जाए। ऐंसे में शीघ्र ही उक्रांद की ओर से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री से मिलकर इस प्रकरण की जांच करने हेतु निवेदन किया जाएगा।
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