ऋषिकेश। परमार्थ निकेतन में सांसद रमेश पोखरियाल निशंक की रचना ‘संसार की यात्रा पर आयोजित दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी में हिंदी यूनिवर्स फाउंडेशन नीदरलैंड ने सांसद को अंतरराष्ट्रीय साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया। कार्यक्रम में ‘धरती का स्वर्ग उत्तराखंड स्मारिका का विमोचन भी किया गया।
मंगलवार को परमार्थ निकेतन में अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे दिन समापन समारोह हुआ। इसमें मुख्य अतिथि मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने सांसद रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा रचित संसार की यात्रा की सराहना की। उन्होंने कहा कि साहित्य वह सशक्त माध्यम है, जो समाज को व्यापक रूप से प्रभावित करता है। साहित्य समाज का दिशा-बोधक है। साहित्य समाज को संस्कारित करने के साथ-साथ जीवन मूल्यों की भी शिक्षा देता है। साहित्य समाज का दर्पण भी है।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि साहित्य की पारदर्शिता समाज के नवनिर्माण में सहायक होती है। क्योंकि वह खामियों को उजागर करने के साथ उनका समाधान भी प्रस्तुत करता है। इस दौरान सभी उपस्थित अतिथियों को स्वामी चिदानंद ने रुद्राक्ष का पौधा भेंट किया। कार्यक्रम में डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को हिंदी यूनिवर्स फाउंडेशन नीदरलैंड ने अंतरराष्ट्रीय साहित्य भूषण सम्मान से सम्मानित किया। इस दौरान धरती का स्वर्ग उत्तराखंड स्मारिका का विमोचन विमोचन भी किया गया। मौके पर सुनील महाराज, पद्मश्री कल्याण सिंह रावत मैती, पद्मश्री बसंती देवी, पद्मश्री बीके एस संजय, प्रेम शर्मा, डॉ. राजेश द्विवेदी, विजय कुमार, अमरकांत कुमार, रमा आर्य, डॉ. दीपक, स्नेहलता, विनय कुमार शर्मा, सच्चिदानंद, डॉ. निरहू रूपाली सराय, डॉ. सुशील कुमार उपाध्याय, डॉ. बृजेश, डॉ. ज्योति गोगिया, अखिलेश कुमार द्विवेदी, सुरेंद्र दत्त, मंजू पुरी, अनिल कुमार आदि उपस्थित रहे।