हरिद्वार. राष्ट्रीय मानव अधिकार संरक्षण समिति ट्रस्ट, मुख्यालय हरिद्वार के तत्वावधान में प्राचीन भारतीय इतिहास संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग में विश्व मानवाधिकार दिवस के उपलक्ष्य में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राज्य सभा के सदस्य नरेश बंसल ने कहा कि मानव अधिकार उसी को प्राप्त होते है जो अपने कर्तव्यों के प्रति निष्ठावान होता है। मानव अधिकार व्यक्ति को विधि विधान के अन्दर जीना सिखाते हैं। विश्व स्तर पर मानवाधिकार का महत्व अत्यधिक है। मानवाधिकार एक स्वतंत्र विधि पाठशाला का कार्य बन गया है जिसे लोग अपने अधिकार के लिए प्रयोग करने लगे हैं। उन्होंने नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत वैदिक शिक्षा प्रणाली को वर्तमान दौर में लागू करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा कदम उठाए गए है। गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 सोमदेव शतांशु ने कहा कि मानव अधिकार को लेकर बहुत सारे प्रसंग वेदों में दिए गए है। वेदों के अनुसार मानव अधिकार का उल्लेख किया जाए तो वैदिक संस्कृति का प्रचार-प्रसार होगा। वैदिक संस्कृति पर वर्तमान युग में नए-नए पाठ्यक्रम तैयार कराए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय में मानव अधिकार संरक्षण समिति द्वारा वैदिक पत्रिका का प्रकाशन अवश्य किया जाए जिससे स्वामी दयानन्द सरस्वती की वैदिक पताका का प्रचार-प्रसार हो सके। रानीपुर विधानसभा के विधायक आदेश चौहान ने कहा कि मानव अधिकार संरक्षण समिति प्रत्येक वर्ष विश्व मानवाधिकार दिवस मनाती है। उन्होंने समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंजी0 मधुसूदन आर्य के क्रियाकलापों पर जोर देते हुए कहा कि सीनियर सिटीजन होने के पश्चात भी मधुसूदन आर्य लगातार सामाजिक कार्यो में संलग्न रहते है और अपने जीवन की कतई परवाह नहीं करते। निरंजनी अखाड़े के महंत रतन गिरि ने कहा कि समिति लगातार सामाजिक कार्य कर रही है, जिससे लोगों को जागरूकता देखने को मिल रही है। जागरूकता देखने से यह लाभ लोगों को प्राप्त हो रहा है। चलती फिरती जिन्दगी में वह अपने अधिकारों का सही मायने में उपभोग कर सकें। गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो0 सुनील कुमार ने कहा कि विश्व में शांति आ सकती है जिसको केवल भारत ही दे सकता है। भारत देश के पास संस्कृति और संस्कार दोनों ही विद्यमान है। संस्कृति पर ध्यान देने से विश्व में मानव अधिकार का वैदिक संरक्षण हो सकता है। वैदिक संरक्षण देवों की संस्कृति के प्रति जागरूकता पैदा करेगा और इसीलिए नई शिक्षा नीति वैदिक शिक्षा का अभिप्राय हो सकती है। उन्होंने कहा कि इस कार्य में गुरुकुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय की भूमिका अग्रणीय रहेगी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समिति के राष्ट्रीय ईजी० मधुसूदन आर्य ने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि वर्तमान समय में अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति समाज में जागरूकता के उद्देश्य को पूर्ण करने की दिशा में संगठन निरंतर अग्रसर है | कार्यक्रम का संचालन विमल कुमार गर्ग ने किया। कार्यक्रम में अनन्या भटनागर के ग्रुप द्वारा स्वागत गान गाया गया। इस अवसर पर जगदीश लाल पाहवा, डा0 विशाल गर्ग, जितेन्द्र कुमार शर्मा, क्रान्तिकारी शालू सैनी आदि ने संबोधित किया।
विश्व मानव दिवस पर किया गया सम्मानित: प्रो0 डी0एस0 मलिक, प्रो0 सुनील कुमार, डा0 मोना शर्मा, प्रमोद कुमार, हेमन्त सिंह नेगी, डा0 पंकज कौशिक, कुलभूषण शर्मा, रेखा नेगी, राधिका नागरथ, अधीर कौशिक, अध्यक्ष गंगा सभा प्रदीप झा, चंचल कौशिक, ललित मिगलानी, मुदित अग्रवाल, निधि जैन, पार्षद नागेन्द्र राणा, प्रो0 मनुदेव बन्धु, सुनील दत्त कौठारी, चंचल कौशिक, मंगेश शर्मा, ईश्वर चन्द्र अग्रवाल, धनप्रकाश गोयल, सुनील कुमार अग्रवाल, सीमा सचदेवा, रूद्रांश, दिशी गर्ग, अंजली माहेश्वरी आदि सम्मानित किए गए।