विकासनगर। आपातकाल के दौरान मीसा के तहत जेल में बंद किए गए लोगों को सहसपुर विधायक सहदेव पुंडीर ने बुधवार को उनके घर में जाकर सम्मानित किया। विधायक ने बताया कि आपातकाल लागू होते ही पछुवादून से ही बड़ी संख्या में भारतीय जनसंघ के कार्यकर्ताओं को जेल में डाल दिया गया था। उन्होंने मीसा बंदी राजावाला निवासी रणजीत सिंह बिष्ट और भाऊवाला निवासी कुंवर सिंह तोमर को सम्मानित किया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने आपातकाल के काले दौर में मशाल के रूप में लोकतंत्र की आस्था को जलाए रखने वाले महानायक जयप्रकाश नारायण को भी नमन किया। विधायक पुंडीर ने कहा कि 1975 में स्व. इंदिरा गांधी की सरकार ने न्यायालय के दिए गए एक निर्णय का परिपालन नहीं करते हुए, अधिनायक वादी मानसिकता का परिचय दिया और लोकतंत्र की हत्या कर देश में आपात काल लगा दिया। ऐसे कठिन दौर में जेपी के नेतृत्व में जनसंघ और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ताओं ने सरकार के खिलाफ संघर्ष किया और यातनाएं सही। कहा कि 1975 में भारत पर कोई आंतरिक या बाहरी खतरा नहीं था, कोई आर्थिक खतरा भी नहीं था। इसके बावजूद सिर्फ अपनी कुर्सी बचाने के लिए आपातकाल लगाया गया और विपक्षी नेताओं को जेल भेजा गया था। यह देश के लोकतंत्र की हत्या थी। आपातकाल भारत के लोकतंत्र पर एक कलंक की तरह है। इसी वजह से आपातकाल के 50 साल पूरे होने पर लोकतंत्र को मजबूत करने और आने वाली पीढ़ी को जागृत करने के उद्देश्य से इस काले अध्याय की विवेचना होनी चाहिए और शोध होना चाहिए। इस तरह की मानसिकता को कुचला जाना जरूरी है। इस दौरान मंडल अध्यक्ष सुखदेव फर्सवाण, रमा थापा, देवकी बिष्ट, यशपाल नेगी, विनोद थापा, ऋषिपाल सिंह आदि मौजूद रहे।