देहरादून। आज दिनांक 23/12/2024 को शिमला बाई पास रोड के झींवरहेड़ी गाँव स्थित ओक वैली एकेडमी में हर्षोल्लास और धूमधाम से वार्षिक उत्सव मनाया गया। जहां नन्हे-मुन्ने बच्चों की शानदार प्रस्तुतियों ने हर किसी का मन मोह लिया। सबसे पहले बच्चों द्वारा मां सरस्वती जी की वंदना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। उसके बाद स्कूल प्रबंधन द्वारा मुख्य अतिथि शिवप्रसाद सती , नरेंद्र सिंह नेगी व अन्य सभी अतिथियों श्री बी.डी. नोडियाल, श्री देवानंद पंत, श्री ए.एस.भंडारी, श्री डी.एस.धपोला, श्री बी.एस.रावत, श्री आर.डी.रावत व श्री हर्ष वर्धन भट्ट को सम्मानित किया गया ।
स्कूल के बच्चों के द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जो कि देखते ही बनता था। इन कार्यक्रमों में रामायण का एक प्रसंग प्रस्तुत किया गया जिसने सबका मन मोह लिया। इस प्रकार के कार्यक्रमों से बच्चों को अपनी संस्कृति के बारे में बहुत कुछ सीखने के लिए मिलता है। कार्यक्रम के बीच में बारिश शुरू हुई तो एक पल ऐसा लगा कि बच्चों की सारी मेहनत व्यर्थ हो गई, पर कहते है “जहाँ चाह वहाँ राह” स्कूल प्रबंधन के कुशल नेतृत्व में दूसरी उचित व्यवस्था कर कार्यक्रम को सुव्यवस्थित ढंग से आगे बढ़ाया गया और सफलतापूर्वक कार्यक्रम की सभी प्रस्तुतियां संपन्न कराई गई।
तत्पश्चात स्कूल में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किये और बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
इस अवसर पर ओक वैली एकेडमी की प्रिंसिपल विनीता भट्ट ने अपने विचार प्रस्तुत किये, उन्होंने स्कूल संचालन और बच्चों को दी जा रही शिक्षा को लेकर अपने अनुभव साझा किये, उन्होंने कहा कि बच्चों को और अधिक बेहतर शिक्षा, खेलकूद , डांस,जूडो-करांटे जैसी गतिविधियां स्कूल में मिले इसके लिए वह प्रयासरत हैं।
प्रिंसिपल मैडम ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी महानुभावों व अभिभावकों की गरिमामयी उपस्थिति से बच्चों का मनोबल बढ़ाने हेतु सभी का हृदय से आभार प्रकट किया।
कार्यक्रम के सफल संचालन में श्रीमती विनीता भट्ट, श्रीमती आरती भट्ट, साक्षी सती, श्रीमती मनीषा सती, प्रिया तिवारी, श्रीमती जीवंती प्रकाश, श्रीमती मोनिका नेगी , कुमारी मनीषा सती, व श्री पंकज भट्ट समस्त स्कूल स्टाफ का योगदान रहा।
मंच का संचालन मनीषा सती द्वारा किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती नीतू राणा, श्रीमती करिश्मा देवली, श्रीमती रश्मी देवली, श्री अनूप पुरोहित, श्री राजेश कोठियाल व श्री महावीर कठैत आदि अन्य अभिभावक शामिल रहे ।