देहरादून। देवी भागवत पुराण के 9 दिवसीय भव्य और दिव्य आयोजन झींवरहेड़ी रामलीला कमेटी के संयोजन एवं विभिन्न कीर्तन मंडलीयो के सहयोग से सम्पन्न हुआ। देवी भागवत जिसमें भागवत कथाओं के प्रकांड विद्वान आचार्य कैलाश कांडपाल जी द्वारा अनेक दिव्य कथाओं जिनमें भगवान श्री कृष्ण और जामवंत का युद्ध और मणि चुराने के आरोप में तथा इसका मुख्य प्रसंग जामवंत कल्याणम, इसके उपरांत राजा परीक्षित का मोक्ष और जन्मजेय का सर्प यज्ञ कलयुग के प्रारंभ की कथा और मुख्य रूप से मां भगवती की अनंत और दिव्य रूपों की विशेष कथाएं भगवती सती और भगवान शंकर का विवाह प्रकरण, देवी भगवती द्वारा अनेक राक्षसों के बाद जिसमें चंड मुंड, महिषासुर, शुंभ- निशुंभ, आध कीवर्ड कथाएं और कार्तिकेय का जन्म तथा दक्ष प्रजापति कनखल यज्ञ और सती का देहांत तथा इस धरा मंडल में स्थापित समस्त शक्तिपीठों का व्यास जी द्वारा मार्मिक वर्णन किया गया। साथ ही साथ महाभारत के कुछ दिव्य कथाएं कृष्ण भगवान की अनेक लीलाएं और रामनवमी पर विशेषकर भगवान श्री राम की जन्म कथा अनेक दिव्य कथाओं से व्यास जी ने संपूर्ण क्षेत्र के जनमानस को लाभान्वित किया।
साथ ही साथ देवी भागवत पुराण को मुख्य विषय मानकर इसी में अष्टादश पुराणों का समन्वय भी व्यास जी ने स्थापित किया और अनिल पुराण की कथा उनको देवी भागवत से संयोजित किया जो अपने आप में बहुत अलौकिक और अद्वितीय था। वेद पाठी पंडितों में मुख्य रूप से आचार्य धर्मोड़ा जी जिन्होंने नित्य पूजा का अर्चन किया सहयोग में सुभाष जोशी, अंकित बंद और संगीत विद्वानों ने अपना विशिष्ट योगदान दिया। इसके अलावा गांव समाज सभी कीर्तन मंडली उसमें विशेषकर बद्री विशाल कीर्तन, ज्योति कीर्तन मंडली, आस्था कीर्तन मंडली, बद्री बिहार कीर्तन मंडली, राधा कृष्ण कीर्तन मंडली, आदर्श कॉलोनी कीर्तन मंडली, नीलकंठ बिहार कीर्तन मंडली, देवलोक कीर्तन मंडली सहित अनेक मातृ शक्तियां जिन्होंने दिन-रात इस महायज्ञ में अपना विशेष योगदान दीया। इसके अलावा इस महायज्ञ में मुख्य यजमान के रूप में रामलीला कमेटी के संरक्षक श्री नरेंद्र सिंह नेगी जिन्होंने संपूर्ण मंच और यज्ञ स्थल तथा कथा स्थल किस साज-सज्जा में टेंट निशुल्क भेंट किया। इस महायज्ञ में रामलीला कमेटी के डायरेक्टर श्री जगमोहन सिंह नेगी, समिति अध्यक्ष श्री राजपाल गोसाई जी, समिति के मार्गदर्शक और कोषाध्यक्ष श्री मनोहर जोशी, सीन डायरेक्टर श्री वेद प्रकाश बलूनी, कमेटी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं श्री दलजीत भंडारी, श्री रणवीर चौहान एवं जितेंद्र बिष्ट, श्री मनमोहन सती, श्री राकेश कंडवाल, ओम प्रकाश उनियाल, सत ईश्वर प्रसाद सती, श्री सतीश सेमवाल जी, श्री वीरेंद्र सिंह चौहान जी, श्री शशि भूषण त्रिपाठी जी, श्री रमेश कुनियाल जी, श्री नरेंद्र सिंह रावत जी, श्री आनंद सिंह नेगी जी ,श्री वीरेंद्र सिंह कटे जी, श्री मनोहर सिंह नेगी जी, और श्री रविंद्र सिंह बिष्ट जी इन सब लोगों का इस महायज्ञ के संयोजन में विशिष्ट योगदान रहा और रामलीला कमेटी के सभी सदस्यों ने रामनवमी के पर्व पर व्यास पीठ में मुख्य यजमान की भूमिका निभाई तथा यह संकल्प भी लिया कि वे अवश्य सनातन धर्म को संरक्षित करने के लिए पूरे गांव समाज में इसी प्रकार के आयोजन कभी भागवत कभी रामलीला कभी सनातनी सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अनेक हिंदू पर्व और त्योहारों को सामूहिक रूप से मनाएंगे।
इस संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन रामलीला कमेटी के सचिव और सिविल सेवा के शिक्षक और प्रशिक्षक श्री बलदेव गोदियाल ने किया। संपूर्ण कार्यक्रम में रामलीला कमेटी के संपूर्ण पदाधिकारियों सदस्यों का विशेष योगदान रहा मुख्य रूप से रामलीला कमेटी के प्रबंधक श्री नरेंद्र सिंह नेगी मुख्य यजमान की भूमिका भी निभाई।
देवी भागवत महायज्ञ के प्रतिदिन साँय काल देवी जागरण भी किया गया और इस कार्यक्रम का मुख्य संयोजन बद्री विशाल कीर्तन मंडली के साथ-साथ रामलीला कमेटी सभी पदाधिकारी तथा सदस्यगणों के साथ मुख्य भजन संध्या आचार्य सुरेश गोदियाल के नेतृत्व में हुई।